व्यंजन वर्ण वाक्य
उच्चारण: [ veynejn vern ]
उदाहरण वाक्य
- व्यंजन वर्ण भी स्थान-स्थान पर कई ढंग से लिखे जाते हैं।
- छंदशास्त्री ह्रस्व स्वर तथा ह्रस्व स्वर वाले व्यंजन वर्ण को लघु कहते हैं।
- संस्कृत और नागरी वर्णमाला का 30 वां व्यंजन वर्ण ‘ श ' है।
- इसी प्रकार, दीर्घ स्वर तथा दीर्घ स्वर वाले व्यंजन वर्ण को गुरु कहते हैं।
- प्रत्येक वर्णमाला में दो प्रकार के वर्ण होते हैं स्वर वर्ण तथा व्यंजन वर्ण ।
- गुरू वर्ण-दीर्घ स्वर और उसकी मात्रा से युक्त व्यंजन वर्ण को ' गुरू वर्ण ' माना जाता है।
- कुछ अरबी, फारसी और अंग्रेज़ी उच् चारण वाले गृहीत शब्द व्यंजन वर्ण के नीचे नुक् ता लगाकर लिखे जा रहे हैं ।
- ‘ प ' हिन्दी वर्णमाला के व्यंजन वर्ण का इक्कीसवां अक्षर है जिसका उच्चारण होठ से होता है और जो स्वर्ण वर्ण कहलाता है।
- वस्तुतः यह वही घ्वनि है जो संस्कृत के वर्णमाला के ‘ कवर्ग ' का अनुनासिक व्यंजन वर्ण ‘ ङ ' व्यक्त करता है ।
- लघु वर्ण-ह्रस्व स्वर और उसकी मात्रा से युक्त व्यंजन वर्ण को ' लघु वर्ण ' माना जाता है, उसका चिन्ह एक सीधी पाई (।
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